1. पढाई इयक एसी चीज हअ, जाहे तम काइलू बांट ना सको।

2. अगर पढाई पे तम ध्‍यान द्‍येवो, तो तम रोजीना कुछ नयो सीकोगा।

3. इयक इस्‍कूल की सुरूवात इयक ज्‍येल को खातमो हअ।

4. आज का जुग में पढाई-लिखाई सब कुछ हअ।

5. कदी काइकी बुराई मत करयो, बुराई तो हमन में बी हअ।

6. बखत सबकू मिले हअ जिन्‍दगी बणाण के मारे, जिन्‍दगी दुबारा ना मिले बखत बणाणे के मारे।

7. कर भलो तो ह्‍वो भलो।

8. जेसी करणी वेसी भरणी।

9. इयक डग साप-सपाई के महीं।

10. जिन्‍दगी में बाहर लिकळा हां जिन्‍दगी बणाण के मारे, जिन्‍दगी ना मिली तजुरबो जादा मिलगो।

11. अगर तम जीत जावो हो तो तम खुस, अगर हार जावो तो तम गुसे।

12. अगर जिन्‍दगी में कुछ करणो हअ तो तरीको बलदो रस्‍तो ना।

13. जो माणस हार के भगे हअ वाकी तो हार ह्‍वोवे हअ।

14. क्‍वोई बी माणस अपणा काम सू बडो बणे हअ अपणा पेदा ह्‍वोण सू ना।

15. पढाई सबसू अच्छी वाड़ी हअ इयक पढो लिखो माणस हर जगह इज्‍जत पावे हअ।

16. जल्दी गुसो करणो जल्दी अपणा आप लू मुरख साबित कर द्‍येवे हअ।

17. जिन्दगी में ऐसो क्‍वोई गलत काम मत करो जासू दुबकण की जरूरत पडे।

18. जेसो तम स्‍वोचो हो वेसा तम बण जावगा।

19. गलती हमेसा माफ करी जावे हअ अपर वा गलती को अपणाणा की हिम्‍मत चहिये।

20. जब प्‍यार ओर नफरत द्‍वोनू ही ना ह्‍वों तो हर चीज साप ओर उजग्‍गर ह्‍वो जावे हअ।

21. अगर तम सच द्‍येखणो चाहो तो या बात पे तम सहमत ह्‍वो। हां या ना में राय द्‍येवो।

22. खुस रहो अपर कदीबी दुखी मत रहो।

23. जब हम समंदर का डांकू बण सका हां तो फिर फोज में जाणा की कहा जरूरत हअ।

24. यू मायनो ना राखे के हम दुनिया में केसे आया यू मायनो राखे हअ कि हम हीन हां।

25. कामयाबी ओर नाकामयाबी द्‍वोनू जिन्दगी का हिस्‍सा हां अपर द्‍वोनू इयक जिग पे ना रुका हां।

26. तम जो बी हीन द्‍येखो हो वाको मतबल में हूं।

27. जमानो बी अजीब हअ नाकामयाब माणस को तो मजाक उडावे हअ ओर कामयाब माणस सू जळे हअ। 

28. हर माणस कू दिल में उतनी ही जिग द्‍येणी चहिये जितेक ऊ द्‍येवे हअ नहीं तो या तो ऊ खुद रोईगो नहीं तो त्‍वोहे रुवाईगो। 

29. इज्जत काई माणस की ना पर जरूरत की ह्‍वोवे हअ जरुरत खतम तो इज्‍जत खतम ह्‍वो जावे हअ।

30. अगर जिन्दगी में कदी बी सफल ह्‍वोणो ह्‍वोवे तो पेइसा हअ तो हमेसा ग्‍वोझ में धरियो  डिमांक में ना।

31. जब माणस अनपढ हो तो कुणबो इयक हो।

32. नूण की तरया ह्‍वोगी हअ जिन्दगी माणस सवाद के मारे इस्‍तेमाल करे हअ।

33. कंडेकटर सी ह्‍वोगी जिन्दगी सपर बी रोज को ओर जाणो बी कहीं ना हअ।

34. जो माणस दिल का अच्छो ह्‍वोवे हअ डिमांक वाळा माणस उनको अच्छो फाईदो उठावे हअ।

35. जिन्दगी में कदी बी क्‍वोई  हअ बियकार मत समझयो बंद घडी बी दिन में दो बर सही टेम बतावे हअ।

36. माणस अपणी कमाई का हिसाब सू ना अपणी जरूरत का हिसाब सू गरीब ह्‍वोवे हअ।

37. करम करणो हक हअ फळ ना।

38. जिन्‍दगी लम्बी ह्‍वोणा के बजाय बडी ह्‍वोणी चहिये।

39. जो नसीब में हअ वही भाग में आएगो, जो नसीब में ना लिखो उ आके बी भग जाइगो।

40. हमारी जिन्‍दगी को मकसद खुस रहणो हअ।

41. जो जेसो करेगो ऊ एसोई भरेगो।

42. हम दूसरा सू जेसो बरताव बरतंगा, दूसरा हमनसू बी एसोई बरताव करंगा।

43. बुरी लत में रहणा सू इयकळो रहणो अच्‍छो हअ।

44. जाकी करणी वाकी रा ।

45. जिन्‍दगी में सबन को भलो करणो ओर स्‍वोचणो चहिये।

46. कर भलो तो ह्‍वोवे भलो।

47. इयक घडो बूंद-बूंद करके भरे हअ।

48. जहां प्‍यार हअ हून जिन्‍दगी हअ।

49. या कळजुग में पइसो कित्‍येक बी गिर जावे इत्‍येक कदी बी मत गिरयो जित्‍येक पइसा लू माणस गिरो पड़ो हअ।

50. कामयाबी का द्‍वो नेम हां सुरू करो ओर खतम करो।

51. जेसो तम ब्‍वोवोगा  एसो तम काटोगा।

52. वा घर में कदी बी बरकत ना ह्‍वोवे जहां मां बाप की इज्‍जत ना ह्‍वोवे हअ।

53. साक बणाणा में बीस साल लग जावां ओर साक ए गवाणा में पांच मिनट बी ना लगे।

54. तगडी मिहनत करो ओर सबर करो तमनलू फळ जरूर मिलेगो।

55. यू स्‍वोचणो झूठ हअ अक तम  अच्‍छो ना हो।

56. इयक नयो,नई ताकत ओर, नई बातन के गेले आवे हअ।

57. जब तक काई काम ए ना करो जावे जब तक ऊ केडो लगे हअ।

58. बडो काम ताकत सू ना लगातार लगा रहण सू ह्‍वोवे हअ।

59. तमन्‍ने सुपना द्‍येखण पडंगा जभी तो वे सच्‍च ह्‍वोंगा।

60. तीन चीज जादा द्‍येर तक ना छिप सकां सूरज, चांद ओर सच्‍चाई।

61. इयक ना इयक दिन या दुनिया सू बारी-बारी सबनन्‍ने जाणो पडेगो।

62. तहारो सुबाब तहारी जिंदगी ए तय करे हअ।

63. में डगमगाऊ बी ना में हिलू बी ना हूं।

64. तम जो बी हीन द्‍येखो हो वाको मतबल में हूं।

65. इज्जत काई माणस की ना पर जरूरत की ह्‍वोवे हअ जरुरत खत्म तो इज्‍जत खत्म हो जावे हअ।

66. हतास माणस को भाग बी संगळेटो छ्‍वोड द्‍येवे हअ।

67. अपणा दिल की सुणो ओर पतो लगावो के तम कहा बण्‍णो चाहो हो।

68. जब तक तम हार ना सको जब तक तम मिहनत करता रहोगा।

69. बडा काम ताकत सू ना ह्‍वोवां लगातर करण सू ह्‍वोवे हअ।

70. अगर तम अपणी जिन्‍दगी सही तरीका सू ना जीवोगा तो वे अपणा तरीका हअ तम पे लद द्‍येंगा।

71. जा प्‍येड की छां में तम बेठा हो ऊ काइने लगायो हअ।

72. कामयाबी पाण कू पहले हमने बिस्‍वास करणो पडेगो के हम या काम कर सका हां।

73. जब तक तम पे क्‍वोई काम करो ना जावे जब तक ऊ काम ह्‍वोणो मुस्‍कल हअ।

74. इयक रुपयो इयक लाख ना ह्‍वोवे, अपर फिर बी इयक रूपया ए लाख मेंसू लिकाळ द्‍येवां तो उ लाख बी ना रहवे।

75. जो नसीब में हअ ऊ भाग में आएगो, जो नसीब में ना हअ लिखो बी आके भग जाइगो।

76. जब सुपना द्‍येखंगा तो जभी पूरा ह्‍वोंगा।

77. में ह्‍वोळे चलू हूं अपर पाछे मुड के ना द्‍येखूं।

78. अपणा पे बिसवास करो कामयाबी त्‍येरी ह्‍वोवेगी।

79. वाई माणस को काम बणे हअ जो बखत पिछाण के काम करे हअ।

80. जिन्दगी में एसो क्‍वोई गलत काम मत करो जासू दुबकण की जरूरत पड़े।

81. लेंडी माणस अपणी मोंत सू पहले केई बर मर जावे हअ अपर बहादर माणस जिन्दगी में इयक बर मरे हअ।

82. गलती हमेसा माफ करी जावे हअ अपर वा गलती को स्वीकार करण की हिम्‍मत ह्‍वोणी चहिये।

83. पढाई सबसू अच्छी वाड़ी हअ इयक पढो-लिखो माणस हर जिगे इज्‍जत पावे हअ।

84. यू मायनो ना राखे के हम दुनिया में केसे आया यू मायनो राखे हअ अक हम हीन हां। 

85. जब प्‍यार ओर नफरत द्‍वोनूं ना ह्‍वोवां तो हर चीज साप ओर उजग्‍गर ह्‍वो जावे हअ।

86. बोपार को बोपार सू रिस्‍तो हअ जिन्‍दगी को बोपार माणसन सू लगाव हअ।

87. खुद हअ ख्‍वोजणा को च्‍वोखो तरीको हअ दूसरान की स्‍येवा में अपणा-आपा हअ लगा द्‍येणो।

88. ताकत जिंदगी हअ ओर कमजोरी मोंत हअ।

89. करम करणो हक हअ फळ ना।

90. हमारी जिन्‍दगी को मकसद खुस रहणो हअ।

91. इयक घडो बूंद-बूंद करके भरे हअ।

92. इयक सच्‍चो वाड़ी ऊ हअ जब सारी दुनिया तमनसू दूर भगरी ह्‍वोवे ओर तहारो वाड़ी तहारे गेल खड़ो ह्‍वोवे।

93. अपणी जिंदगी में क्‍वोई एसो करम मत करयो जासू तहारा मां-बाप की आंखन में आंसू आवे।

94. गलती करणो बुरी बात ना हअ अपर गलती सू सीक ना ल्‍येणो बुरी बात हअ।

95. अगर तम कामयाबी को सवाद ल्‍येणो चाहो तो मिहनत का बीज ब्‍वोणो चालू कर द्‍येवो।

96. अपणा-आपा हअ कमजोर समंजणो बुरी बात हअ।

97. बीता हुया कल सू सीकां,आज लू जीवां ओर आण्‍या बखत की उम्‍येद राखां।

98. क्‍वोई खुसी सू जो बी करे हअ, सीहत लू च्‍वोखो हअ।

99. हार सू डरो मत, अगर कोसिस च्‍वोखी हअ तो हारणो बी बहादरी हअ।

100. बुराई हअ द्‍येखणो ओर सूणणो बुराई की सुरुआत हअ।
 

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